रक्षा बंधन पर निबंध: Raksha Bandhan Essay in Hindi

Raksha Bandhan Essay in Hindi: त्योहारो का हमारे जीवन मे विशेष महत्व है। भारत्त में अनेक त्यौहार मनाए जाते है हर त्योहार साल मे एक बार आता है और हमे अपना मीठा संदेश व यादे देकर विदा हो जाता है। युगो से ये ही क्रिया चलती आ रही है मनुष्य सदा ही इस धरती पर नही रहता किंतु ये पवित्र त्योहार बार बार आते रहते है। इन सब त्योहारो से संदेश लेकर मनुष्य अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बनाता है। रक्षा बंधन भी एक ऐसा ही त्योहार है जो हमे प्रेम और भाई चारे का संदेश देने के लिए साल मे एक बार आता है। रक्षा बंधन का त्यौहार भाई बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक होता है यह त्योहार मानव को प्यार का संदेश दे कर फिर से एक साल के लिए विदा हो जाता है।

रक्षा बंधन पर निबंध Raksha Bandhan Essay in Hindi
Raksha Bandhan Essay

रक्षा बंधन पर निबंध: Long Essay on Raksha Bandhan

प्रस्तावना और स्वरूप

रक्षा बंधन दो शब्दो से बना है। रक्षा और बंधन, जिसका मतलब है रक्षा के लिए बंधन। इस दिन बहने जिस भाई को राखी बांधती है वो भाई राखी बांधने वाली बहन के बंधन में बंध जाता है। और सारी उम्र बहन की रक्षा करना उसका कर्तव्य बन जाता है। यही रक्षा बंधन कहलाता है। और यही रक्षा शब्द आजकल राखी के रूप मे भी प्रयुक्त होने लगा है। कितना मर्यादा पूर्ण है ये त्योहार, एक छोटी सी डोरी बंधने से भाई बहन का रिश्ता गहरा, मजबूत और विश्वास मे बंध जाता है।

रक्षा बंधन कब मनाया जाता है

राखी का यह पावन त्योहार श्रावन पूर्णिमा को वर्षा ऋतू के शुरुआत मे मनाया जाता है। इस दिन बहन भाई की कलाई पर विश्वाश ओर स्नेह का धागा इस उम्मीद से बांधती है कि उसका भाई हमेशा उसकी रक्षा के लिए उसके पास रहेगा। प्राचीन समय में इस दिन बहन एक धागा भाई के हाथ में ओर एक पंडित जी के हाथ मे भी बांधती थी। ऐसा करना शुभ माना जाता था।

वर्तमान सवरूप

आजकल के इस दौर मे रुई से बने साधारण से बने धागे का रूप बदल गया है। जिन धागो को पंडित और बहन अपने भाईयो के लिए बड़े चाव -प्रेम से अपने हाथो से बनाती थी। आजकल उन धागों को रंग बिरंगा और चमकीला रूप देकर सितारों से सजा कर बाजारों में बेचा जाता है और नए ढग से बनाई गई इन राखियो को बाजार से खरीदा जाता है।

इस दिन हर भाईयो के हाथ मे रंग बिरंगी राखिया सजी हुई होती है। फिर भी अपने हाथों से बनाई गई राखी का अपना ही महत्व होता है किंतु आजकल ये सब कोइ नही करता सब आधुनिक समय का पालन करने लग गए है यहाँ कहने का तात्पर्य यह हो कि पैसों को अधिक महत्व देने लग गए है अब तो धागे की जगह सोने चांदी की राखियो ने ले ली है। जो कि अमीरी गरीबी को भी दर्शता है। साधारण से दिखने वाले धागे को क्या रूप मिल गया है ये तो सब अच्छे से जानते है।

रक्षा बंधन त्यौहार का इतिहास

भारत मे प्राचीन काल से मनाया जाने वाला यह त्योहार कई घटनाओ को याद दिलाता है जैसे कि विश्व विजय का सपना देखने वाले सिकंदर सम्राट की रक्षार्थ एक यूनानी महिला थी जिसने महाराज पुरू के हाथ मे राखी बांधी थी। यही कारण था कि युद्ध मे एक अवसर ऐसा आ गया था कि महाराज पुरु, सिकंदर को आराम से मार सकते थे लेकिन राखी के बंधन ने उनको बचा दिया। इसी प्रकार एक ओर दूसरी घटना महारानी कर्मवति की है जब मेवाड पर शेरशाह ने हमला किया तो वहाँ की महारानी कर्मवती ने मुगल सम्राट हुमायु के लिए रक्षार्थ राखी भेजी। मुग़ल सम्राट हुमायु सेना लेकर मेवाड की रक्षा हेतु निकल पड़ा। और उसने मेवाड की पूर्ण रूप से रक्षा की और बहन की रक्षा का वचन निभाया।

रक्षा बंधन – स्नेह बंधन का पर्व

रक्षा बंधन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। परंतु इस दुनिया मे सबको ही ये त्योहार मनाने का अवसर प्राप्त नही होता, कुछ महिलाएं ऐसी भी होती है जिनके भाग्य में भाई का सुख नही होता। कितनी ही ऐसी औरते है जो इस सुख से वंचित रहती है किंतु हिंदू सभ्यता के अनुसार जिनको सगा भाई नही होता वो अपने चाचा, मामा के लड़को को भी राखी बांध कर ये त्योहार मना सकती है। और जीवन भर अपने भाई ना होने वाले दुःख के अभाव को पूरा कर सकती है।

भाई बहन का यह त्योहार दो हृदय, दो आत्माओ और दो प्राणो की एक दूसरे के प्रति सम्मान और घनिष्टा का प्रतीक है। राखी के इस धागे की इतनी बड़ी शान है कि इसका मान रखने के लिए कई भाईयो ने अपने आप को मुसीबत मे डालने मे संकोच नहीं किया। उदहारण के तौर पर हम यहाँ लंकापति रावण का नाम भी ले सकते हैं जिसने अपनी बहन की खातिर भगवान राम जैसे महापुरुष से युद्ध करने मे भी देर नही लगाई। और अपनी बहन शुपर्नाखा के लिए आखरी सांस तक युद्ध करता रहा।

रक्षा बंधन प्राचीन काल से ही अपनी पुरानी शत्रुता को भूलाकर मित्रता जोड़ने मे सक्षम रहा है। एक छोटे से धागे में इतनी बड़ी ताकत होती है कि इसके द्वारा दो पक्ष आपस मे जुड़ जाते है, दिलो की दूरी मिट जाती है।

स्नेह बंधन का अनुपम त्योहार है। यह त्योहार कवेल मनोरंजन के लिए ही नहीं है अपितु इसमे कर्तव्य को निभाया जाता है। यह एक जिम्मदारी का त्योहार है। इसमे रक्षा सूत्र बांधने वाले के स्नेह मे बंध जाता है। और अपनी बहन के सुख दुःख में शामिल होने के लिए सदेव ततपर रहता है।

उपसंहार

स्नेह और एकता का यह त्योहार आज भारत की सीमाओ को पार कर विदेशो मे भी चला गया है। कई भारतीय महिलाएं अपने विदेशी भाई को राखी बांधकर अपने संबंध को और भी पवित्र बनाती है । इस प्रकार रक्षा बंधन अंतरराष्ट्रीय रूप धारण करता जा रहा है। राखी बांधकर एक देश की जनता दूसरे देश की जनता अपना मधुर संबंध स्थापित बना सकती है। रक्षा सूत्र बांधकर दो दुश्मन देश अपने संबंध को सुधार सकते है। आने वाले समय मे नारी जाति सारे विश्व मे भाईचारे को बढ़ाने में सक्षम हो सकती है। इसलिए हम सब को पावन त्योहार रक्षा बंधन को मनाने की भावना को बनाऐ रखना चाहिए। जिससे इस पृथ्वी पर मेल जोल , प्रेम, एकता और शांति का साम राज्य स्थापित हो

रक्षा बंधन पर दस पंक्तिया: Raksha Bandhan Essay 10 lines

  1. रक्षा बंधन हिंदुओ द्वारा मनाया जाने वाला एक पवित्र पर्व है।
  2. राखी का ये त्यौहार भाई बहन के सनेह का प्रतीक है।
  3. रक्षा बंधन का यह पावन त्योहार श्रवण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
  4. रक्षा बंधन दो शब्दो से बना हुआ है रक्षा और बंधन जिसका अर्थ है रक्षा हेतु बंधन।
  5. ये त्यौहार स्नेह व एकता का पर्व है।
  6. स्नेह बंधन का ये पर्व प्राचीन काल से मनाया जाता है।
  7. इस दिन बहन अपने भाई के हाथ पर रंग बिरंगी राखिया बांधती है।
  8. राखी बंधने पर भाई अपनी बहन को उपहार सवरूप कुछ ना कुछ देते है।
  9. राखी का त्योहार आपसी संबंध को मधुर बनाता है और आपस में दो परिवारों को जोड़े रखता है।
  10. रक्षा बंधन का पर्व बड़ा ही मर्यादा पूर्ण है , जिसको हमे श्रद्धा और प्यार से मनाना चाहिए इससे भाई बहन के रिश्ते मे प्रेम की भावना ओर भी मजबूत होगी।

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