राजस्थान की राजधानी क्या है? Rajasthan ki Rajdhani (Capital) का नाम

भारत में कुल 28 राज्य है जिनमे राजस्थान भी एक अहम राज्य है। राजस्थान की राजधानी क्या है (What is Capital of Rajasthan) और ये कहाँ पर स्थित है। Rajasthan की Rajdhani का नाम, जनसंख्याँ, स्थापना, इतिहास इत्यादि से संबधित सभी अहम जानकारी आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएँगे।

राजस्थान उत्तर भारत में स्थित एक राज्य है जिसे राजाओ की नगरी भी कहाँ जाता है। राजस्थान शेत्रफल की हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है और इंडिया में सातवाँ सबसे अधिक जनसँख्या वाला राज्य है। इस राज्य की सीमा उत्तर-पश्चिम में पकिस्तान के पंजाब राज्य से लगती है और राजस्थान की सीमा भारत के 5 राज्यों हरियाणा, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से लगती है। राजस्थान की राजधानी का नाम और अन्य जानकारी नीचे डिटेल में देख सकते है।

राजस्थान की राजधानी – Capital of Rajasthan State

राजस्थान की राजधानी क्या है Rajasthan ki Rajdhani
Rajasthan ki Rajdhani

राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर है। जयपुर राजस्थान का सबसे बड़ा शहर भी है जिसकी कुल जनसँख्या 30 लाख लगभग है। जयपुर को गुलाबी शहर (Pink City) और Paris of India जैसे नामो से भी जाना जाता है। जयपुर राज्य के पूर्व-मध्य हिस्से में बसा शहर है। इसके पूर्वोत्तर में अलवर और दक्षिण-पश्चिम में अजमेर शहर लगता है।

जयपुर शहर भारत की राजधानी दिल्ली से 268 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। 1947 में भारत की आज़ादी के बाद ही जयपुर को राजस्थान की राजधानी बना दी गई थी। आज़ादी से पहले ब्रिटिश राज़ में ये शहर जयपुर स्टेट की राजधानी था।

जयपुर को एक पोपुलर टूरिस्ट स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है। यहाँ पर आमेर का किला, जल महल, हवा महल, जैगढ़ का किला और जंतर मन्त्र जैसी कई ऐतिहासिक इमारते है जिन्हें देखने के लिए दुनिया भर से टूरिस्ट आते है। एशिया महाद्वीप में सबसे बढ़िया घुमने की जगहों में 7वे नंबर पर राजस्थान की राजधानी आती है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर का इतिहास

आमेर की राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 18 नवम्बर, 1727 में जयुपर शहर की स्थापना की थी। महाराज सवाई सिंह ने सन 1699 से 1743 तक शासन किया था। पहले राजस्थान की राजधानी आमेर हुआ करती थी। राजा सवाई सिंह ने आमेर से जयपुर शहर को Rajasthan ki Rajdhani बनाया था। जयपुर को राजधानी बनाने के पीछे कई कारण बताए जाते है जिसमे एक कारण यहाँ की बढती जनसँख्या भी था। इसके वालावा वास्तु शास्त्र और शिल्पा शास्त्र के अनुसार जयपुर शहर की स्थापना की गई थी।

20वीं सदी के आखिर और 21वी सदी के शुरुआत में जयपुर शहर की आबादी तेज़ी से बढ़ी। 1991 से लेकर 2011 तक जयपुर की जनसंख्या दुगुनी हो गई थी। जयपुर शहर को संगमरमर और धातु उद्योग के लिए जाना जाता था जिसको बढ़ावा सन 1868 में बने स्कूल ऑफ़ आर्ट से मिला।

राजस्थान की राजधानी जयपुर की जनसँख्या, भाषा और धर्म

2011 में हुए जनगणना के अनुसार राजस्थान की कुल जनसंख्या 6 करोड़, 85 लाख, 50 हजार लगभग थी। जनसँख्या के अनुसार राजधानी जयपुर राज्य का सबसे बड़ा शहर है। जयपुर की कुछ पापुलेशन 30 लाख लगभग (2011 जनगणना के अनुसार) है। जयपुर में साक्षरता दर 85% है। जिनमे 90% पुरुष और 78% महिला साक्षर है। Rajasthan Capital में Male और Female Ration 1000/898 है यानी जयपुर में 1000 पुरुष पर 898 महिलाए है।

जयपुर शहर में अधिकतर आबादी हिन्दू धर्म के लोगो की है। यहाँ पर 78% हिंदू, 19% मुस्लिम और 2% जैन धर्म की आबादी है। Rajasthan की Rajdhani की Official Language Hindi है। हिंदी के बाद दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा इंग्लिश है। इसके अलावा मारवाड़ी भाषा भी काफी लोग बोलते है।

Rajasthan Rajdhani Jaipur में Tourism

जयपुर राजस्थान का ही नहीं इंडिया के सबसे पोपुलर पर्यटन स्थलों में से एक है। जयपुर को ऐतिहासिक किलो, सुंदर झीलों और मंदिरों के लिए जाना जाता है। हर साल लाखो लोग जयपुर घुमने के लिए आते है और यहाँ पर स्थित आमेर का किला, हवा महल, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, सिटी पैलेस और गवर्नमेण्ट सेन्ट्रल म्यूजियम जैसे कई जगहों पर जाते है।

जयपुर में स्थित राज पैलेस होटल के प्रेसिडेंशियल सुइट का एक रात का किराया 45 हजार अमेरिकी डॉलर है जो इसे दुनिया के 15 सबसे महंगे होटल में इसे शामिल करता है।

जयपुर शहर की अर्थव्यवस्था

राजस्थान अर्थशास्त्र विभाग द्वारा जारी किये गए आकड़ो के अनुसार राजस्थान की राजधानी जयपुर की जीडीपी $15.8 बिलियन है जो 1 लाख 22 हजार करोड़ रूपए होती है। जयपुर की इकॉनमी मुख्य रूप से पर्यटन, आभूषण निर्माण, कपडा और कांच उद्योग पर निर्भर करती है।

जयपुर शहर को भारत के टॉप उभरते आईटी हब में से एक माना जाता है। यहाँ पर विप्रो, आईसीआईसीआई बैंक, जेनपैक्ट, इंफोसिस और ड्यूश बैंक समेत कई बड़ी आईटी और सॉफ्टवेर कंपनियां है।

जयपुर शहर को शिल्प और कला के हब के रूप में भी जाना जाता है। हाथ से बुने हुए कालीनों के बड़े निर्माताओं में जयपुर शहर का नाम आता है। जयपुर को दिव्यांगो के लिए कृत्रिम अंग निर्माता के रूप में भी जाना जाता है। यहाँ बनाए जाने वाला रबर से बना जयपुर फूट काफी पोपुलर है जिसने हजारो विकलांगो को नई ज़िन्दगी दी।

दोस्तों आज आपने जाना राजस्थान की राजधानी क्या और कहाँ है? आपको हमारी ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करे।

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