KYC Full Form & Meaning: केवाईसी क्या हैं KYC क्यों करवाना चाहिए

आज हम जानेंगे KYC क्या हैं इसकी Full form क्या हैं? केवाईसी कराने के लिए जरुरी Documents और इसे कैसे करवाए। दोस्तो KYC ऐसे प्रकिया हैं जिसमे किसी की पहचान, पता और उससे जुडी कई अन्य जानकारिया वेरीफाई की जाती हैं। Reserve Bank of India ने सभी Bank, वित्तीय संस्थानों और Paytm, Flipkart, Mobiwik, Amazon जैसे Shopping Sites जहा पर भी वित्तीय लेनदेन (financial transactions) होते हैं उन सब के लिए ग्राहकों का KYC कराना आवश्यक कर दिया हैं।

Bank Account खुलवाना हो, Loan के लिए Apply करना हो, Mutual Funds खरीदने हो या फिर भी Online Transaction के लिए किसी Site का इस्तेमाल करना हो, अब हर जगह KYC को अनिवार्य कर दिया हैं। KYC के लिए आपको एक Form Fill करना पड़ता हैं और उसके साथ में अपनी Identity से जुड़े कुछ डाक्यूमेंट्स जमा कराने होते हैं। Paytm, Flipkart और Amazon जैसे प्लेटफार्म के लिए तो आप ऑनलाइन ही अपना KYC Submit करा सकते हैं।

केवाईसी क्या हैं: KYC Full Form & Meaning in Hindi

KYC Full Form & Meaning in Hindi
kyc full form

केवाईसी क्या होता हैं इसका मतलब इसकी फुल फॉर्म में ही छिपा हैं। KYC की Full Form हैं Know Your Customer. जिसका हिंदी में अर्थ होता हैं जानिए अपने ग्राहक को।

KYC एक ऐसे ही प्रक्रिया हैं जिसमे किसी बैंक या संसथान द्वारा अपने ग्राहक की सही पहचान की जाती हैं। जिसके लिए उससे उसके Personal Document मांगे जाते हैं जिनके आधार पर उनकी पहचान को सुनिश्चित किया जाता हैं।

भारत में केवाईसी की शुरुआत रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा 2002 में की गयी। 2004 में सभी बैंक के लिए अपने खाताधारको का KYC करना अनिवार्य कर दिया गया।

केवाईसी कराने का मुख्य उद्देश्य हैं money laundering जैसे किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधिया और धोखाधड़ी को रोकना हैं। जिसके लिए KYC के जरिये हर ग्राहक की पूरी जानकारी वेरीफाई की जाती हैं।

किसी भी बैंक या अन्य किसी संसथान द्वारा KYC एक बार शुरुआत में ही करवाया जाता हैं। उसके बाद केवाईसी की की प्रक्रिया दोहरानी नहीं पड़ती। हालाँकि बैंक चाहे तो बाद में भी आपसे डॉक्यूमेंट मांग सकती हैं।

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KYC करवाने के लिए जरुरी Documents

जब आपसे Online या Offline अपना KYC करवाने के लिए बोला जाता हैं तो आपके मन में सवाल आता हैं की KYC कराने के लिए Documents कौन से चाहिए। Bank या Flipkart, Amazon, Paytm KYC Submit करवाने के लिए आपसे आपकी पहचान (Identity Proof) और आपके पते (Address Proof) से जुड़े कागजात मांगे जाते हैं। KYC Form के साथ आपको अपनी पहचान से जुड़े निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स में से कोई जमा करा सकते हैं।

  1. Aadhaar Card
  2. Voter Identity Card
  3. Pan Card
  4. Passport
  5. Narega Card
  6. Driving Licence

उपर बताए डाक्यूमेंट्स में से किसी एक को आप अपनी पहचान के तौर पर जमा करा सकते हैं। अगर जमा किये गए डॉक्यूमेंट पर आपका पता भी हैं तो उसे आपके Address Proof के तौर पर मान्य माना जायगा। अगर डॉक्यूमेंट पर एड्रेस नहीं हैं तो आपको Address Verification के लिए Address Proof भी जमा कराना होगा जो की इनमे से कोई हो सकता हैं।

  • बिजली का बिल, फ़ोन या गैस का बिल जिसमे आपका पता लिखा हो।
  • पासपोर्ट
  • राशन कार्ड
  • बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
  • बैंक मेनेजर के हस्ताक्षर के साथ लैटर जिसमे आपका एड्रेस हो।

KYC करवाना क्यो जरुरी हैं?

किसी भी बैंक या दूसरी वितीय संसथान के लिए केवाईसी की जरुरत क्यों पड़ी और इसके फायदे क्या हैं? ये सवाल भी बहुत से लोगो का रहता हैं। दोस्तों बैंक KYC करवाने से बैंक को ये सुनिश्चित हो जाता हैं की जो भी जानकारी आपने अपने बारे में बैंक को बताई हैं वो सही हैं या नहीं।

कई बार बैंक से पैसो की धोखाधड़ी के मामले देखे गए हैं जिन्हें रोकने में KYC अहम भूमिका निभाता हैं। इसलिए हर बैंक ने अपने खाताधारको को केवाईसी करना जरुरी बना दिया हैं। अगर आपका KYC नहीं हुआ हैं तो ना तो आप बैंक में खाता खोल सकते हैं और ना ही Mutual Funds में Invest कर पाएंगे। हालाँकि एक बार KYC की प्रक्रिया पूरी के बाद आपको हर बार म्यूच्यूअल फंड्स में पैसे लगाने पर केवाईसी कराने की जरुरत नहीं होगी।

जब आप अपना केवाईसी करवा लेते हैं, तो आप अपने बैंक को अपनी पहचान और पते के साथ में वित्तीय इतिहास (financial history) के बारे में सूचित करते हैं। जिससे बैंक और वित्तीय संसथान को ये सुनिश्चित रहता हैं की जो पैसा आप वहा लगा रहे हो वो मनी लॉन्ड्रिंग या किसी अवैध गतिविधियों से तो नहीं आया हैं।

केवाईसी से जुड़े आम सवाल : KYC FAQs in Hindi

Paytm KYC करवाने के लिए कौन से Documents चाहिए?

Paytm KYC की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आपके पास आधार कार्ड, पेन कार्ड और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है

KYC verification कराने में कितना समय लगता हैं?

आम तौर पर KYC verification होने में एक दिन से भी कम का समय लगता हैं। हालाँकि केवाईसी वेरिफिकेशन होने का अधिकतम समय 7 तक का हो सकता हैं।

मैंने अपना केवाईसी नहीं करवाया हैं। क्या मैं KYC के बिना म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कर सकता हैं?

नहीं, Mutual Funds में आपको निवेश करने से पहले अपना केवाईसी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरी करना होगा। तभी आप म्यूच्यूअल फंड्स या शेयर मार्किट में निवेश कर पाएँगे।

जब मैंने पहली बार निवेश किया तो मैंने अपना KYC करा लिया था। क्या दोबारा निवेश के लिए फिर से केवाईसी कराना होगा?

अगर आपने SEBI द्वारा Approved किसी भी संसथान से इ बार अपना केवाईसी करा लिया हैं तो आपको फिर से वो कराने की आवश्यकता नहीं होगी। KYC शुरुआत में एक अबर ही कराना जरुरी होता हैं जब आप पहली बार निवेश करते हैं।

दोस्तों हम आशा करते हैं आपको ये जानकारी केवाईसी क्या हैं : KYC Full Form Meaning in Hindi? अच्छी लगी होगी और KYC से जुड़े आपके सभी सवालों का जवाब आपको मिल गया होगा। अगर इसके अवाला आपके कोई और सवाल और सुझाव हैं तो उन्हें कमेंट्स के जरिये हम तक जरुर पहुचाए।

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